कंतारा के तीन साल: बुल रेसिंग, कलारीपयट्टू और भी बहुत कुछ, थ्रिलर फिल्म के लिए ऋषभ शेट्टी की कड़ी तैयारी पर एक नज़र

कंतारा अपनी तीसरी वर्षगांठ मना रहा है, तो इस थ्रिलर फिल्म के मुख्य अभिनेता ऋषभ शेट्टी द्वारा सीखी गई विभिन्न कलाओं पर एक नज़र डालें। चाहे बैल दौड़ हो या कलारीपयट्टू, इस अभिनेता ने सब कुछ सीखा है।

कंतारा आज अपनी सिनेमाघरों में रिलीज़ के तीन साल पूरे होने का जश्न मना रही है। इस फिल्म की विरासत भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी सांस्कृतिक उपलब्धियों में से एक के रूप में स्थापित है। ऋषभ शेट्टी अभिनीत इस फिल्म ने न केवल राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है, बल्कि सोशल मीडिया और समीक्षकों द्वारा भी खूब सराही गई है। इस ब्लॉकबस्टर फिल्म फ्रैंचाइज़ी के लिए ऋषभ शेट्टी ने कई कला रूप सीखे हैं।

ऋषभ शेट्टी ने खुद तटीय कर्नाटक के एक प्राचीन अनुष्ठान, भूत कोला का प्रदर्शन किया। उन्होंने इस कला में निपुणता हासिल करने के लिए गहन प्रशिक्षण लिया, और उनका रोंगटे खड़े कर देने वाला अभिनय फिल्म के सबसे यादगार दृश्यों में से एक बन गया।

ऋषभ शेट्टी ने फिल्म का निर्देशन करते हुए, 24 घंटे से ज़्यादा समय तक बैलों के साथ दौड़ लगाई। उनके अभिनय की विशुद्ध शारीरिक तीव्रता और प्रामाणिकता ने इस दृश्य को अविस्मरणीय ऊंचाइयों तक पहुँचा दिया। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि दौड़ का यह दृश्य बिना किसी बॉडी डबल के शूट किया गया था?

दुनिया की सबसे पुरानी मार्शल आर्ट में से एक, ऋषभ शेट्टी ने इसके मूवमेंट में निपुणता हासिल करने के लिए एक साल का कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम लिया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनका फॉर्म और चपलता स्क्रीन पर प्रामाणिक दिखे।

इस लुक में एक महत्वपूर्ण शारीरिक परिवर्तन नज़र आ रहा है। ऋषभ काफ़ी हट्टे-कट्टे और सुडौल दिखाई दे रहे हैं, जो अपने किरदार की ताकत और तीव्रता को उल्लेखनीय अनुशासन और तैयारी के साथ साकार कर रहे हैं।

Spread the love with Thanks..........