सूर्या की कप्तानी में भारत की धमाकेदार जीत, सशस्त्र बलों को समर्पित हुआ मुकाबला

 

एशिया कप 2025 में एक ऐसा मैच खेला गया, जो सिर्फ एक जीत नहीं थी-वो गर्व, संवेदनशीलता और एकता का प्रतीक बन गया। भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से मात देकर न केवल टूर्नामेंट में अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की, बल्कि इसे देश के **सशस्त्र बलों** को समर्पित कर एक गहरा संदेश भी दिया।

 जब खेल से बड़ा बन गया संदेश

मैच से ठीक पहले **पहलगाम में हुए आतंकी हमले** ने देश को झकझोर कर रख दिया था। ऐसे समय में भारत-पाकिस्तान मुकाबले का मंच केवल एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक बन गया।

मैच के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने जब कहा:

“आज की जीत हम अपने सभी सशस्त्र बलों को समर्पित करते हैं, जिन्होंने अपार साहस दिखाया है,
तो यह सिर्फ एक बयान नहीं था-यह एक देशभक्त खिलाड़ी की आवाज थी, जो मैदान पर बल्ले से और दिल से देश के साथ खड़ा था।

मैच की झलकियाँ: स्पिनर्स ने उड़ाया पाकिस्तानी बैटिंग का परखच्चे

भारत की जीत में स्पिनर्स ने निभाई अहम भूमिका।

कुलदीप यादव: 3 विकेट
अक्षर पटेल और वरुण चक्रवर्ती: 2-2 विकेट
पाकिस्तान की पूरी टीम सिर्फ 127 रन पर सिमट गई।

इसके जवाब में भारतीय बल्लेबाजों ने तूफानी शुरुआत की।

अभिषेक शर्मा ने सिर्फ 12 गेंदों में 31 रन बनाकर शाहीन अफरीदी की लाइन लेंथ बिगाड़ दी।
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने नाबाद 47 रन  (37 गेंद) बनाते हुए छक्का लगाकर मैच खत्म किया।

जीत बना जन्मदिन का तोहफा

ये मुकाबला खास इसलिए भी था क्योंकि यह सूर्यकुमार यादव के जन्मदिन पर खेला गया। उन्होंने इस जीत को देशवासियों के लिए ‘रिटर्न गिफ्ट’  बताया।

“मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि अंत तक क्रीज पर खड़ा रहूं। आज का दिन मेरे लिए बेहद भावुक है-देश को यह जीत समर्पित करना मेरे लिए गर्व की बात है।”

ना हाथ मिलाया, ना नजरें झुकाईं। मैच के बाद एक और बात चर्चा में रही—भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, जो आमतौर पर हर अंतरराष्ट्रीय मैच के बाद एक सामान्य प्रक्रिया होती है। टॉस के दौरान भी दोनों कप्तानों ने पारंपरिक हैंडशेक से दूरी बनाए रखी।

यह संकेत था कि क्रिकेट भले ही “जेंटलमैन गेम” हो, लेकिन जब देश की संवेदनाएं जुड़ी हों, तो खिलाड़ी हर भावनात्मक सीमा का सम्मान करते हैं।

स्पिन स्ट्रैटेजी पर बोले सूर्या

सूर्यकुमार ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ खास रणनीति नहीं थी,

हम हर टीम के खिलाफ समान रणनीति अपनाते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में भी स्पिन अटैक ने काम किया था, और वही फॉर्मूला अब और भी मजबूत हुआ है। मैं स्पिनर्स का फैन हूं। लगातार दूसरा ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ अवॉर्ड जीतने वाले कुलदीप यादव ने कहा:मैंने कुछ नया नहीं किया, बस रणनीति पर अमल किया और बल्लेबाज़ों की कमजोरी को ध्यान में रखकर गेंदबाज़ी की। मेरा लक्ष्य हर मैच में खुद को बेहतर बनाना है।

यह मुकाबला सिर्फ स्कोरकार्ड में दर्ज नहीं हुआ-यह भारत की भावनाओं, खिलाड़ियों की संवेदनशीलता और देशभक्ति के जज़्बे में भी अमिट छाप छोड़ गया।
सूर्यकुमार और उनकी टीम ने साबित कर दिया कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, एक संदेश है-जब ज़रूरत हो, तो बल्ला भी वर्दीवालों के सम्मान में झुक सकता है।

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