ग्वालियर में तनाव के बीच प्रशासन सतर्क: 15 अक्टूबर को शक्ति प्रदर्शन की आशंका, पुलिस अलर्ट

ग्वालियर, 10 अक्टूबर 2025। जिले में शांति, सद्भाव और सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए आज (शुक्रवार) कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की अध्यक्षता और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह की मौजूदगी में तीन अलग-अलग बैठकें आयोजित की गईं। समाज के विभिन्न वर्गों, व्यापारिक और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन को भरोसा दिलाया कि 15 अक्टूबर को कोई सार्वजनिक आयोजन नहीं होगा और सभी मिलकर भाईचारे के साथ दीपावली मनाएँगे।

कलेक्टर और एसएसपी ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस 24 घंटे सतर्क हैं और हर नागरिक निश्चिंत होकर त्योहार मना सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

बैठकें हाल में सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं को ध्यान में रखकर बुलाई गईं। कलेक्टर ने बताया कि जिले में धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश लागू हैं, इसलिए बिना अनुमति किसी भी प्रकार की रैली, जुलूस या प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि साइबर क्राइम टीम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी रख रही है। भड़काऊ या साम्प्रदायिक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो चुकी है और अब तक दो दर्जन से अधिक लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। अन्य जिलों में रहने वाले ऐसे लोगों पर भी संबंधित पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है।

इस बीच, भीम आर्मी के नेता सुनील बैरसिया ने कहा कि जो लोग बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ अमर्यादित भाषा बोलते हैं, वे देश के संविधान को चुनौती दे रहे हैं और ऐसे लोगों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। बहुजन संगठनों ने चेताया कि यदि प्रशासन ने कदम नहीं उठाए, तो राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं।

वहीं, परशुराम सेना ने वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल मिश्रा के समर्थन में 15 अक्टूबर को ग्वालियर में शक्ति प्रदर्शन का एलान किया है। सेना के जिला अध्यक्ष देवेश शर्मा ने कहा, “जो लोग जूते की माला पहनाने की बात कर रहे हैं, उनमें दम है तो 15 अक्टूबर को ग्वालियर आकर दिखाएं। परशुराम सेना वहां मौजूद रहेगी।” उन्होंने चेताया कि मर्यादा की सीमा लांघने वालों को सवर्ण समाज जवाब देने में सक्षम है।

प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है और 15 अक्टूबर को बड़ी भीड़ जुटने की आशंका को देखते हुए धारा 144 लागू करने की तैयारी भी की जा रही है। अधिकारियों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की।

फिलहाल शहर में शांति है, लेकिन माहौल में तनाव की हल्की लहर बनी हुई है। प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि संवाद और संयम ही स्थिति को नियंत्रित रखने का एकमात्र रास्ता है।

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