ग्वालियर: ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को जमीनी स्तर पर हल करने और विकास योजनाओं को पहुंचाने के उद्देश्य से ‘गांव-गांव सरकार’ अभियान की शुरुआत शुक्रवार को हस्तिनापुर में जिले के पहले शिविर के साथ हुई। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान और जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश जाटव की मौजूदगी में आयोजित इस शिविर में ग्रामीणों की छोटी-बड़ी समस्याओं का समाधान मौके पर किया गया। शिविर सुबह से देर शाम तक चला और इसमें 14 ग्राम पंचायतों के निवासियों ने हिस्सा लिया।
मौके पर समाधान: जमीन का सीमांकन और रास्तों का अतिक्रमण हटाया गया
शिविर में कई जगहों पर जमीन का सीमांकन किया गया और हस्तिनापुर से ग्राम तोर के बीच के रास्ते से अतिक्रमण हटाकर ग्रामीणों की आवागमन समस्या हल की गई।
118 आयुष्मान कार्ड बने, आधार और ईकेवाईसी का काम भी निपटा
शिविर में 118 आयुष्मान कार्ड बनाए गए, जबकि आधार कार्ड, बैंक खाता लिंकिंग, फॉर्मर आईडी और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। साथ ही कृषि विभाग की योजनाओं के तहत 50 किसानों को उन्नत बीज और मिट्टी परीक्षण की सुविधा दी गई।
हाईटेंशन लाइन हटाने का निर्देश
हस्तिनापुर निवासी कृपाराम और उनके पड़ोसियों की बड़ी समस्या का समाधान करते हुए कलेक्टर ने मकानों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को हटाने के लिए विद्युत विभाग को निर्देश दिए।
दिव्यांग युवक को मिलेगा मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल
शिविर में पहुंचे दिव्यांग युवक दिनेश कुमार को जल्द ही मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल प्रदान करने की घोषणा की गई, जिससे वह आत्मनिर्भर होकर अपने काम-धंधे को आगे बढ़ा सकेंगे।
सहयोगात्मक रवैया: हर समस्या का समाधान
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने शिविर में आत्मीयता के साथ ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और हरसंभव समाधान सुनिश्चित किया। शिविर ने न केवल ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाया बल्कि प्रशासन और जनता के बीच विश्वास का पुल भी मजबूत किया।
गांव-गांव सरकार अभियान की यह शुरुआत ग्रामीण विकास और समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।