ये भी रात कट के रहेगी , अगर शाम है तो सहर और भी है … कविताओं की बही रसधार

 

Dr.TN SINGH – NH 24 NEWS,  MUZAFFARPUR BIHAR

 

मुजफ्फरपुर 28 सितंबर 2025. शहर के छोटी सरैयागंज स्थित शहीद भगवान लाल स्मारक पुस्तकालय भवन में नटवर साहित्य परिषद की ओर से मासिक कवि गोष्ठी सह मुशायरा का आयोजन किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता डाॅ.भगवान लाल सहनी , मंच संचालन सुमन कुमार मिश्र , स्वागत संयोजक डाॅ. नर्मदेश्वर प्र.चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन रणवीर अभिमन्यू ने किया ।

कवि गोष्ठी की शुरूआत आचार्य जानकी वल्लभ शास्त्री के गीतों से किया गया । इसके बाद सत्येन्द्र कुमार सत्येन ने – नदिया के पार उतार दे मलहा… सुनाकर तालियां बटोरी ।

शायर डाॅ.नर्मदेश्वर मुजफ्फरपुरी ने गजल – ये भी रात कट के रहेगी , अगर शाम है तो सहर और भी है … सुनाकर भरपूर दाद बटोरी।

सुमन कुमार मिश्र ने – जैसा भी था घर अच्छा था …. सुनाकर भरपूर तालियां बटोरी।

उमेश राज ने – दर्द कोई आकर होठो पर ठहरी है…सुनाया। डाॅ.जगदीश शर्मा ने – समय अब बचा नहीं ,भला कैसे क्या करूं …। रामबृक्ष राम चकपुरी ने – उड़ने की ताकत कहां…. सुनाया । डाॅ.हरिकिशोर प्र.सिंह ने – शहर में अब न कहियो जाएब , अप्पन गांवों के स्वर्ग बनायब …. सुनाया । अशोक भारती ने – धूप पर जब भी लिखेगे बात हकीकत की होगी… सुनाया ।

इसके अलावे अरुण कुमार तुलसी , ननंद कुमार आदित्य, ओमप्रकाश गुप्ता , अंजनी कुमार पाठक , रणवीर अभिमन्यू , डाॅ.भगवानलाल सहनी , सहज कुमार , पल्लव कुमार सुमन , नन्दकिशोर पोद्धार , सुरेन्द्र कुमार आदि की रचनाएं सराही गई ।

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