डॉ टीएन सिंह, जिला ब्यूरो चीफ, मुजफ्फरपुर
मुजफ्फरपुर 28 सितंबर 2025. राजनीतिक चेतना एवं उन्नत चिंतन को विकसित किए बिना हमारा सामाजिक उत्थान संभव नही है। राजनीतिक चेतना के बल पर सुसंगठित होते हुए संघर्ष को तेज करें। तब ही हमारा जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है। उक्त बातें रविवार को पारू के मुहब्बतपुर गांव में अतिपिछड़ों की वकालत करते हुए पूर्व एमएलसी प्रो. रामबली सिंह चंद्रवंशी ने महती जनसभा को संबोधित करते हुए कहा। मौका था जिले के प्रथम क्रांतिवीर शहीद भगवान लाल जी की जयंती समारोह का। उन्होंने मुख्य अतिथि पद से संबोधित करते हुए कहा कि शाहिद भगवान लाल जी सन 1930 में 18 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराते हुए एवं भारत मां की जयकारा लगाते हुए अंग्रेजों की गोली खाकर शहीद हुए थे। आज भी शहीद भगवानलाल की सपना अधूरे हैं। खास करके नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा कि चंद्रवंशियों का इतिहास वीर रस से ओतप्रोत है। सैकड़ों की संख्या में चंद्रवंशी सपूत देश की आजादी में अपनी कुर्बानियां दी है। इस लिय बलिदानियों के जीवन चरित्र को अपना कर जोर जुल्म अन्याय का प्रतिकार करना हीं शाहिद भगवान लाल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसके पूर्व उपस्थित सैकड़ों चंद्रवंशियों ने शहीद भगवान लाल जी के तस्वीर पर माल्यार्पण एवं श्रद्धासुमन अर्पित किए। वहीं साहेबगंज विधान सभा के भावी प्रत्याशी वरिष्ठ राजद नेता साहू भूपाल भारती ने समारोह को संबोधित करते हुए प्रस्ताव पारित कराया कि क्रांतिवीर शहीद भगवान लाल के शहादत स्थल ( मुजफ्फरपुर शहर के तिलक मैदान में) पर उनकी आदमकद प्रतिमा लगाने की मांग सरकार से करेंगे। शिक्षाविद् वरिष्ठ पत्रकार सह लेखक मानस चंद्र सेतु ने कहा कि एकवंशी के वीर सपूत में शाहिद भगवानलाल की भूमिका अग्रणी है। शहीद भगवान लाल के बाल्यकाल की कहानी सुनाते हुए कहा कि भगवानलाल के पिता जी गांधी टोपी बेच रहे थे। अपने पिता से जिद्द करते हुए स्वयं उक्त टोपी बेचने जब बाजार में उतरे तो अंग्रेजों के सिपाही सभी टोपी जप्त कर ली। जिसपर बाल्यावस्था होते हुए भी उक्त सिपाही पर पत्थर से प्रहार कर दिया था। शहीद भगवानलाल बचपन से हीं जज्बाती थे। युवाओं से आह्वान किया कि संगठन को मजबूत करते हुए उनके सपनों को साकार करें। अधिवक्ता अरविंद कुमार ने अपने जोशीले वक्तव्यों से युवाओं को सुसंगठित होने की बात कही। वहीं राजेश कुमार चंद्रवंशी, सरोज कुमार चंद्रवंशी, रंजन महतो चंद्रवंशी, सुरेश कुमार चंद्रवंशी, विकाश कुमार चंद्रवंशी, गुडु चंद्रवंशी, जन्मेजय कुमार चंद्रवंशी, रघुनाथ चंद्रवंशी, पूर्व जिला पार्षद मदन प्रसाद, डॉ टीएन सिंह चंद्रवंशी, किरण देव महतो चंद्रवंशी आदि ने संबोधित किया। जबकि अध्यक्षता एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ श्याम नाथ राय ने किया।