जयपुर। शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर राजधानी जयपुर में महाराज अजमीढ़ जयंती महोत्सव धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया गया। श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार सभा, जयपुर द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान गणेश के निमंत्रण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जिसके बाद शहर के चौगान स्टेडियम से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। हजारों श्रद्धालुओं, समाजजनों और युवाओं की उपस्थिति में यह यात्रा शहरभर में आकर्षण का केंद्र बनी रही।
मुख्यमंत्री शर्मा ने अपने संबोधन में कहा — “महाराज अजमीढ़ न केवल महान शासक थे, बल्कि कुशल कलाकार भी थे। उन्होंने समाज में कारीगरी को सम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनाया।”
उन्होंने स्वर्णकार समाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि जयपुर की रत्न और आभूषण नगरी की पहचान समाज की मेहनत और परंपरा से जुड़ी है।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, समाज के प्रतिभा सम्मान, महिलाओं और युवाओं के विशेष योगदान पर आधारित मंचीय कार्यक्रमों ने माहौल को जीवंत बना दिया। शाम को समाजजनों ने सामूहिक आरती कर महाराज अजमीढ़ जी को नमन किया और खीर-मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया।
इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए स्वर्णकार समाज के प्रतिनिधियों, धर्माचार्यों और गणमान्य नागरिकों ने भी सहभागिता की।
कार्यक्रम का समापन समाज एकता और सेवा भाव के आह्वान के साथ हुआ।