नेता बनाम डाकू

जब एक खूंखार डाकू ने

एक नेता का अपहरण किया

तो डाकू ने जो कुछ कहा

नेता ने उसका अनुसरण किया

बात फिरौती की धनराशि पर अटक गई

ज्यादा धन की मांग नेता को खटक गई

नेता ने तुरन्त दिमाग लगाया

डाकू को अपनी बातों में उलझाया

बोले इतनी धनराशि देने में नहीं हूं समर्थ

मुझे मारने से क्या निकलेगा कोई अर्थ

अरे भाई तुम भी लूटते हो हम भी लूटते हैं

हममें और तुममें कहां कोई फर्क है

मेरी बात समझ गए तो बेड़ा पार

नहीं तो बेड़ा गर्क है

केवट से केवट कहां लेता है उतराई

क्या कुछ समझ में आया मेरे भाई

तुम्हारे तरीके से लूटने के कारण

तुम अपराधी बन गए

हम जनसेवा करके लूटते लूटते

सफेदपोश खादीवादी बन गए

मेरी बात मानो अब तुम भी

इस पुराने तरीके को बदल दो

लूटना ही है तो नया तरीका अपनाओ

तुम राजनीति में दखल दो

डाकू को ये बात समझ में आई

फिर मन की उलझन नेता को बता

मैं जनता के सामने आया तो पकड़ा जाऊंगा

मोटी-मोटी हथकड़ियों में जकड़ा जाऊंगा

नेता थोड़ा सा मुस्कुराया

फिर बचने का उपाय बताया

तुम मेरे कहने पर आत्मसमर्पण करोगे

मीडिया के सामने हथियार सरकार को अर्पण करोगे

शर्तों पर आत्मसमर्पण करने से

बदले में तुम्हें अपराधों से माफी मिलेगी

फिर तुम्हें राजनीति में ले आऊंगा

और चुनाव जीतते ही इज्जत भी काफी मिलेगी

डाकू को ये युक्ति भा गई

और एक कुख्यात शख्सियत राजनीति में आ गई

जिस विधानसभा में उसकी जाति के लोग ज्यादा थे

वहां से विधायकी का चुनाव लड़ाया

कल का डकैत आज हाथ जोड़कर खड़ा था

जनता को ये अन्दाज पसन्द आया

बेचारी भोली-भाली जनता ने

उसे विधायक बना दिया

उसे बिना कोई अपराध किए ही

लूटने के लायक बना दिया

अब डाकू के पास लूटने का वैधानिक मंत्र है

क्योंकि ये लोकतंत्र है, लोकतंत्र है, लोकतंत्र है।

 

Related posts:

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई सावित्रीबाई फुले की जयंती
संविधान दिवस पर अंबेडकर उद्यान में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित
स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मोहा दर्शकों का मन
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास- 2025 की तैयारियों को लेकर बैठक संपन्न
विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक देवा मेला एवं प्रदर्शनी की हुई भव्य शुरुआत
देवा मेला कमेटी की ओर से डीएम ने गाजे बाजे के साथ चढ़ाई चादर
संविधान दिवस पर ग्वालियर पुलिस ने किया संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन
राष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता 'ढाई आखर' का आयोजन
संत कवि बैजनाथ की दो पुस्तकों का लोकार्पण जिलाधिकारी द्वारा सम्पन्न
इको-फ्रेंडली आतिशबाजी के साथ देवा मेला 2024 का हुआ भव्य समापन
Spread the love with Thanks..........