भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बीच सोमवार को दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच महत्वपूर्ण वार्ता सम्पन्न हुई। यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब भारत द्वारा आतंकवाद के खिलाफ किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद नियंत्रण रेखा (LoC) पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
वार्ता के दौरान भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि यदि युद्धविराम का उल्लंघन जारी रहा, तो सेना कड़ा जवाब देने को तैयार है। भारतीय पक्ष ने यह भी बताया कि ऑपरेशन के तहत आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था, लेकिन पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताते हुए आपत्ति दर्ज की।
बातचीत में दोनों पक्षों ने संघर्षविराम के पालन और सीमा पर शांति बहाली के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल पर पुनः सहमति व्यक्त की। इस दौरान अमेरिका, ब्रिटेन और सऊदी अरब की मध्यस्थता की भूमिका भी सामने आई, हालांकि भारत ने द्विपक्षीय समाधान को प्राथमिकता दी।
इधर, भारतीय सेना की इस निर्णायक कार्रवाई के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी ने 13 से 23 मई तक ‘राष्ट्र गौरव तिरंगा यात्रा’ निकालने की घोषणा की है। यह यात्रा देश के विभिन्न हिस्सों में चलेगी, जिसका उद्देश्य नागरिकों को सेना के पराक्रम से जोड़ना और देशभक्ति का संचार करना है।
पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री विनोद तावड़े और महासचिव तरुण चुघ यात्रा की रूपरेखा तय कर रहे हैं।