ग्वालियर, 10 फरवरी 2025 – क्राइम ब्रांच की सायबर क्राइम विंग ने बीएसएफ इंस्पेक्टर से 71 लाख रुपये की ठगी के मामले में तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी नोएडा में बॉयज हॉस्टल में रहकर स्टूडेंट्स को बैंक खाते खुलवाने के लिए लालच देते थे और बाद में ये खाते चाइनीज सायबर अपराधियों को 6% कमीशन पर सौंप देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन और छह एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।
ठगी का तरीका: डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर रकम ऐंठी
पीड़ित अवसार अहमद निवासी टेकनपुर, ग्वालियर ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उसे एक अज्ञात कॉल आया, जिसमें खुद को मुंबई सायबर ब्रांच का अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी का डर दिखाकर 71 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए। मामला गंभीर पाते हुए पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने सायबर क्राइम विंग को जांच सौंपी।
बैंक खातों से मिली अहम कड़ी, नोएडा से तीन गिरफ्तार
जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि ठगी की राशि उरई (जालौन, यूपी) और नोएडा के बैंक खातों में ट्रांसफर हुई थी। पहले ही दो आरोपियों को उरई से गिरफ्तार किया जा चुका था। आगे की जांच में पता चला कि पीड़ित द्वारा ट्रांसफर किए गए 29,000 रुपये नोएडा के एक बैंक खाते में जमा हुए थे। इसके आधार पर पुलिस ने नोएडा से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया।
विदेशी ठगों से जुड़े थे आरोपी, यूएसडीटी में करते थे ट्रांजेक्शन
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे बॉयज हॉस्टल में रहकर स्टूडेंट्स को बैंक खाते खुलवाने के लिए लालच देते थे। बाद में ये खाते टेलीग्राम के जरिए चाइनीज सायबर अपराधियों को बेचे जाते थे। ये ठग खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर करवाकर उसे एटीएम से निकालते और 6% कमीशन काटकर बाकी रकम यूएसडीटी (क्रिप्टोकरंसी) के जरिए विदेश में ट्रांसफर कर देते।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, मोबाइल से मिले अहम सुराग
गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी नोएडा के कॉलेजों में छात्र हैं। उनके पास से तीन मोबाइल फोन और विभिन्न बैंकों के छह एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस अब मोबाइल डेटा खंगालकर चाइनीज सायबर गैंग से जुड़े अन्य ठगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
आमजन के लिए चेतावनी: अज्ञात कॉल से बचें, ठगी से सतर्क रहें
साइबर क्राइम पुलिस ने अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अज्ञात कॉल या व्हाट्सऐप मैसेज के जरिए बैंक या कानूनी मामलों से जुड़ी धमकियों से सावधान रहें। यदि कोई संदिग्ध कॉल आए तो बैंकिंग जानकारी साझा न करें और तुरंत 1930 पर शिकायत करें।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक हितेंद्र सिंह राठौर, निरीक्षक राजेश सिंह तोमर, निरीक्षक रामबिहारी शर्मा, उपनिरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा, उपनिरीक्षक हरेन्द्र सिंह राजपूत, उपनिरीक्षक रवि लोधी, उपनिरीक्षक कीर्ति अजमेरिया, सहित अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।