ग्वालियर, 10 फरवरी 2025 – उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि सरकार मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए कृत संकल्पित है। इसलिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को गंभीरता से लागू किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान के तहत हर माह 9 और 25 तारीख को सरकारी अस्पतालों में स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच कराई जाए। इस दौरान हाई-रिस्क गर्भवती माताओं की पहचान कर उनकी सोनोग्राफी, रक्त और मूत्र जांच अनिवार्य रूप से कराई जाए। यदि आवश्यक हो, तो निजी सोनोलॉजिस्ट की सेवाएं भी ली जाएं, जिसका खर्च सरकार उठाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक में दिए आवश्यक निर्देश
ग्वालियर प्रवास के दौरान उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयर टर्मिनल के लाउंज में ग्वालियर-चंबल संभाग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. आर.के.एस. धाकड़, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. नीलम सक्सेना सहित दोनों संभागों के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे।
श्री शुक्ल ने निर्देश दिए कि हाई-रिस्क गर्भवती महिलाओं को समय पर रक्त चढ़ाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए 108 एंबुलेंस सेवा का उपयोग किया जाए, लेकिन यह भी सुनिश्चित किया जाए कि एंबुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम न्यूनतम हो ताकि जरूरतमंद मरीजों को शीघ्र सहायता मिल सके।
गर्भवती महिलाओं की सेवा के लिए अपडेट हो रहा ‘अनमोल’ पोर्टल
बैठक में उप मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि गर्भवती महिलाओं की पंजीयन, ट्रैकिंग और रेफरल प्रक्रिया को तेज करने के लिए ‘अनमोल’ पोर्टल को अपडेट किया जा रहा है। नया पोर्टल जल्द अस्तित्व में आएगा, जिससे जननी सुरक्षा योजना और प्रसूति सहायता योजना के भुगतान में तेजी लाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन में जिलों के कलेक्टरों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसलिए स्वास्थ्य अधिकारी अपने जिलों में कलेक्टरों के साथ समन्वय स्थापित कर अभियान की प्रगति सुनिश्चित करें। इस दौरान कलेक्टर ग्वालियर श्रीमती रुचिका चौहान ने भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन जिले में सुनिश्चित किया जाएगा।
संभाग स्तरीय वॉट्सएप ग्रुप से होगी निगरानी
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने अभियान की गहन मॉनीटरिंग पर जोर देते हुए संभाग स्तरीय वॉट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस ग्रुप में संभाग आयुक्त, सभी जिलों के कलेक्टर, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य, सभी सीएमएचओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़ा जाए। साथ ही, उन्होंने खुद को भी इस ग्रुप में शामिल करने को कहा ताकि वे राज्य स्तर पर प्रमुख सचिव और स्वास्थ्य आयुक्त के माध्यम से अभियान की निगरानी कर सकें।