ग्वालियर: मध्यप्रदेश में जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए चल रहे विशेष जागरूकता अभियान ‘‘हम होंगे कामयाब’’ के तहत ग्वालियर पुलिस द्वारा विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अभियान के अंतर्गत स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थलों पर विद्यार्थियों, महिलाओं और आम नागरिकों को जेंडर आधारित अपराधों और साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
स्कूलों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम
थाना महाराजपुरा क्षेत्र में रेशनल किड्स अकेडमी स्कूल में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में प्रिंसिपल रजनी सिकरवार, छात्र-छात्राएं, और शिक्षकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में उप निरीक्षक रश्मि भदौरिया और महिला आरक्षक सपना जादौन ने गुड टच-बैड टच, बच्चों पर अत्याचार, घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, और साइबर क्राइम से बचाव के उपायों पर चर्चा की। हेल्पलाइन नंबर 1090, 100, और 181 की जानकारी भी दी गई।
थाना पड़ाव क्षेत्र में जागरूकता प्रयास
एक अन्य कार्यक्रम शासकीय कन्या विद्यालय, पड़ाव में आयोजित किया गया। इसमें स्कूल की छात्राओं और स्टाफ को महिला आरक्षक संजीता मिंज और पिंकी राजपूत ने महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
कार्यक्रम में बाल विवाह, बाल श्रम, छेड़छाड़, और साइबर अपराध जैसे विषयों पर चर्चा की गई। ‘‘बेटी की पेटी’’ योजना के महत्व और इसके लाभों के बारे में बताया गया।
जागरूकता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
जिला पुलिस अधीक्षक श्री धर्मवीर सिंह और डीएसपी महिला अपराध श्रीमती किरण अहिरवार के मार्गदर्शन में आयोजित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल अपराधों की रोकथाम करना है, बल्कि समाज में सुरक्षा और सशक्तिकरण का माहौल बनाना भी है।
समाज की भागीदारी से बनेगा सुरक्षित भविष्य
अभियान के दौरान नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग प्रतियोगिता, और रैली जैसे आयोजन भी किए जा रहे हैं। पुलिस का यह प्रयास महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अभियान के तहत पुलिस द्वारा लगातार जनचौपाल और संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ताकि समाज को जेंडर आधारित अपराधों के खिलाफ जागरूक और सशक्त बनाया जा सके।