*”कन्या दान की आड़ में आदिवासी अस्मिता पर हमला?” — पूर्व विधायक पुत्र ने लगाए लव जिहाद व योजना दुरुपयोग के गंभीर आरोप*
*पूर्व से विवाहित आदिवासी महिला का मुस्लिम युवक से विवाह पंजीकरण, खुलासे के बाद प्रशासन हरकत में आया*
बैतूल/घोड़ाडोंगरी — आदिवासी बहुल क्षेत्र घोड़ाडोंगरी में मुख्यमंत्री कन्या दान योजना की आड़ में आदिवासी अस्मिता और धार्मिक संतुलन को चुनौती देने वाला सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूर्व विधायक रामजीलाल उइके के पुत्र एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष दीपक उइके ने एक पूर्व से विवाहित आदिवासी महिला वैजयंती उइके का विवाह मुस्लिम युवक रोहित अली के साथ पंजीबद्ध कराने को “लव जिहाद” और “लैंड जिहाद” का सुनियोजित प्रयास करार दिया है।
दीपक उइके का आरोप है कि यह विवाह योजना के लाभ के लिए फर्जी तरीके से दर्ज कराया गया, जिसमें युवक की धार्मिक पहचान छुपाई गई। उन्होंने प्रशासन को उपलब्ध कराए गए दस्तावेज़ों के आधार पर दावा किया कि आदिवासी महिलाओं को प्रेम जाल में फंसा कर न केवल उनकी पहचान बदली जा रही है, बल्कि जमीन और सामाजिक ढांचे पर भी हमला किया जा रहा है।
मामले की गंभीरता को भांपते हुए प्रशासन ने विवाह पंजीकरण को तत्काल अमान्य घोषित कर महिला को नारी निकेतन भेज दिया है।
उइके ने तीखे शब्दों में चेतावनी दी — “आदिवासी समाज को कमजोर समझने की भूल न करें। हमारी बेटियों की आस्था, संस्कृति और ज़मीन को निगलने की कोई भी साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
अब मांग की जा रही है कि न केवल इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, बल्कि ऐसे मामलों के लिए विशेष निगरानी तंत्र बनाया जाए ताकि सरकारी योजनाओं का धर्मांतरण जैसे एजेंडों के लिए दुरुपयोग रोका जा सके।