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ग्वालियर से मनोज वर्मा की रिपोर्ट
चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री और दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, ग्वालियर ब्रांच के संयुक्त तत्वावधान में चेम्बर भवन में आज जीएसटी माफी योजना और जीएसटी कानून के नए प्रावधानों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के मुख्य वक्ता सी.ए. विमल जैन (नई दिल्ली) थे।
कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन और आईसीएआई मोटो सॉन्ग के साथ हुआ, जिसमें मुख्य वक्ता का स्वागत फलों की टोकरी और बुके से किया गया। इस अवसर पर चेम्बर के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी प्रणाली जटिल है, और व्यापारियों की परेशानियों को समझते हुए सी.ए. विमल जैन की मदद से इसे सरल बनाने की उम्मीद जताई।
सी.ए. अजीत बंसल (आईसीएआई ग्वालियर ब्रांच के चेयरमेन) ने कार्यशाला की प्रस्तावना रखते हुए बताया कि जीएसटी में लागू की गई एमनेस्टी स्कीम 1 नवम्बर 2024 से प्रभावी है, जिसका उद्देश्य व्यापारियों को माफी योजना के माध्यम से राहत देना है।
मुख्य वक्ता सी.ए. विमल जैन ने जीएसटी के नए प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी और एमनेस्टी स्कीम के अंतर्गत टैक्स भुगतान की प्रक्रिया को सरल भाषा में समझाया। उन्होंने बताया कि इस स्कीम में केवल टैक्स राशि का भुगतान करना होगा, ब्याज और पेनाल्टी की कोई राशि नहीं लगेगी। उन्होंने जीएसटी में ब्याज दर की विसंगतियों को भी उजागर किया, जो MSME व्यापारियों के लिए परेशानी का कारण बन रही है।
कार्यशाला के दौरान उपस्थित व्यापारियों और करदाताओं ने सी.ए. विमल जैन से जीएसटी से जुड़ी अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। अंत में, मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. राकेश अग्रवाल (उपाध्यक्ष), संदीप नारायण अग्रवाल (कोषाध्यक्ष), राहुल मित्तल (आईसीएआई के सचिव), और चेम्बर ऑफ कॉम