बदायूं: रविवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के किसान नेता राकेश टिकैत बदायूं के सहसवान में कार्यकर्ता बैठक में पहुंचे। यहां भाकियू कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तर प्रदेश के संभल की जामा मस्जिद सर्वे विवाद और डीएपी खाद के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
मीडिया से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा, “टीम को शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे करने देना चाहिए, हमारा कहना है कि सर्वे कर लो, जो जिसकी जगह है उसे दे दो।” साथ ही, डीएपी खाद की कमी पर उन्होंने कहा, “डीएपी सरकार, अधिकारियों और व्यापारियों के पेट में है। ब्लैक मार्केटिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।”
डीएपी के संकट को लेकर उन्होंने किसानों को ऑर्गेनिक खेती की ओर जाने की सलाह दी और कहा कि यह समस्या भविष्य में और बढ़ सकती है। उन्होंने यह भी कहा, “40 साल पहले क्या डीएपी था? हमारे पुरखों ने बिना डीएपी के खेती की थी। हमें धीरे-धीरे ऑर्गेनिक खेती की ओर बढ़ना पड़ेगा।”
राकेश टिकैत ने 26 नवंबर को हर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करने की घोषणा की, जिसमें भूमि अधिग्रहण, किसानों की जमीन की नीलामी, डीएपी, फसलों का दाम और एमएसपी कानून जैसे मुद्दे उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा, “यह कानून 2014 में आना चाहिए था, लेकिन सरकार इसे लाने का प्रयास नहीं कर रही है। आने वाले समय में जनसंख्या विस्फोट होगा, जिससे पर्यावरण और प्रदूषण की समस्या और बढ़ेगी।”
(मीडिया सूत्र)